उन्हें केवल आबादी बढ़ाने का हुक्म मिला है । जैसे बढ़े वैसे बढ़ानी है । एक नर एक मादा और एक ही काम । मादा का गर्भ खाली नही रहना चाहिए, चाहे कोई भी भर दे । मकसद एक है । फौज बढ़ानी है ।हिन्दू के बारे में क्या लिखें । आजकल के बच्चे अव्वल तो शादी ही नहीं करते । अगर कहीं उलझ गए तो कैरियर बनाने के नाम पर संतान करना ही नही चाहते।
खानपान ऐसा है कि साग भाजी सलाद का तो वे स्वाद ही नही जानते जो हिन्दू का मुख्य भोजन है ।
उन्हें तो कोई जीव का ही आहार चाहिए ।
रात दिन आबादी बढ़ाने का एक सूत्रीय कार्यक्रम निपटाते निपटाते वे बहुत कामुक हो जाते हैं । कभी किसी मादा की उपलब्धता न होने पर उनके गाय भैंस बकरी या कुत्ते से भी काम चलाना आता है ।
उन्हें मालूम है कि आबादी बढ़ा कर मुल्क पर कब्जा करने का उनका सपना इस जन्म में पूरा नही होगा तो वे मरने के बाद भी 72 हूरों का इंतजाम कर जाना चाहते हैं । इसके लिए लव जिहाद और हत्या अपनाते हैं ।
हालांकि उपरोक्त बातें हर मुस्लिम हेतु सत्य नही हैं क्योंकि जो हाल में ही कन्वर्ट हुए है उनमें इतना साहस ही नही है ।
इतना कुछ करने के बाद भी इनके अरबी भाई इन्हें मुस्लिम मानते ही नहीं ।
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