ये एक बहुत ही गंभीर,जघन्य एवं अत्यंत ही निंदनीय कृत्य है।
कहीं का भी हैंडपंप उखाड़ना किसी भी दृष्टि से एक प्रशंसनीय कार्य नहीं माना जायेगा,खासतौर से जब ये ससुराल का हो तो और भी ज्यादा सुरक्षा बरतनी चाहिए।
उस पर से जब ससुराल पहले ही इतनी समस्याओं से जूझ रहा हो तो कौनसा ऐसा समझदार जमाई होगा जो वहां जाए, लोगों को मारे पीटे और उनका हैंडपंप भी उखाड़ लाए।
जब से सनी पाजी ने उस गांव का हैंडपंप उखाड़ा है वहां के लोगों को नहाने-धोने के लाले पड़ गए हैं;इतने लाले की वहां के सारे लाले दी जान 2001 के बाद से नहाए ही नहीं है..धोई भी नहीं..!
और तो और वो हैंडपंप कोई सामान्य हैंडपंप नहीं था। वो एक दुर्लभ हैंडपंप था।
वहां की सरकार ने ये बोलकर वो हैंडपंप लगाया था की उनके कजिन मुलुक की तरह एक दिन उस हैंडपंप से तेल निकलेगा जिसे बेचकर वो और भी बड़ी सेना बनाएंगे, आतंकवादी पालेंगे और काश्मीर हासिल कर लेंगे।
लेकिन जबसे पाजी ने मुआ हैंडपंप उखाड़ा है सरकार की नाक में दम हो गया। अब वो सरकार अपनी सेना को पाले, पूरी दुनियां से लिए उधार का ब्याज चुकता करे, कटोरा लेकर नया उधार मांगने जाए,आतंकवादियों का पेट पाले, नए नए हथियार खरीदे, दस रुपए के थुरतरे खरीदे की कमबख्त इन लोगों के लिए नया हैंडपंप लगाए।
वैसे ये मामला शुरू कैसे हुआ?
हुआ यूं की अशरफ अली ने तारा से जोश जोश में बोल दिया की "तू हमारा क्या उखाड़ लेगा?"
अपने कबीले के नेता को ऐसा बोलते देख पच्चीस तीस चमचे भी तारा को मारने दौड़े। अब उन्हें क्या पता की वो ढाई किलो के हाथ वाले सनी पाजी से पंगा ले रहे हैं;जो किसी को भी पेलने से पहले कोई तारीख नहीं देते। तत्काल प्रभाव से पेल देते हैं।
बस यहां भी यही हुआ,सनी पाजी ने हैंडपंप उखाड़ा और जो भी सामने आया: लेफ्ट राइट सेंटर पेल दिया गया।
हालांकि ये बात 22 वर्ष पुरानी है। लेकिन हाल ही में तारा सिंह जब फिर से उस गांव से गुज़रा तो उसे प्यास लगी।
वो जैसे ही सामने लगे हैंडपंप के पास गया तो उस गांव में भगदड़ मच गई। लोग वहां से ऐसे गायब हुए जैसे उस देश के प्रधानमंत्री गायब हो जाते हैं।
ख़ैर…हम इस कृत्य की निंदा करते हैं। अपने ससुराल का हैंडपंप उखाड़ना भारतीय संस्कृति और सभ्यता के अनुरूप बिलकुल नहीं है।
इस कृत्य की अत्यंत ही कड़ी निंदा…!
अभी अभी व्हाट्सएप से प्राप्त सूचना के अनुसार 15 जून को अंतरराष्ट्रीय हैंडपंप दिवस घोषित किया जा चुका है।
15 जून इसलिए क्योंकि इसी दिन पहली बार 2001 में तारा ने वहां हैंडपंप उखाड़ा था।
चीन भी इस याद में अपने देश में एक 420 फीट ऊंची हैंडपंप की प्रतिमा लगाने वाला है। सुना है की गदर 3 से लगा के गदर 36 तक तारा सिंह चीन ही जाने वाले हैं। चीन ने उन्हें चैलेंज किया है की ये 420 फीट ऊंचा हैंडपंप उखाड़ के दिखाओ तो माने!
देखते हैं आगे क्या होता है?
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