पता नहीं कैसे, कार के पावर स्टीयरिंग का ऑयल लीक हो गया... चलते चलते स्टीयरिंग फेल होने का खतरा पैदा हो गया.... जहां हूँ, वहां सिर्फ एक पावर स्टीयरिंग मैकेनिक है,नाम सद्दाम मिस्त्री !... आज सुबह दस बजे अपॉइंटमेंट मिला ! सद्दाम बमुश्किल 24 साल का लौंडा था, एकदम अंगूठा छाप....
भाई ने कार का बोनट उठाया,झुका, आंखों से एक्सरे जैसा किया और घोषणा कर दी कि कार का स्टीयरिंग रैक 'लीकेज' है ! हमने पूछा कि पावर स्टीयरिंग ऑयल पम्प तो ठीक है,सद्दाम ने चाबी लेकर गाड़ी में एक सेल्फ मारा और पम्प के 'टनाटन' अर्थात OK होने की घोषणा कर दी....
हमारे पेट मे मरोड़ उठने लगा कि कम से कम रु 1000-1200 /- का चूना तो पक्का लगेगा ! सद्दाम मिस्त्री ने बम फोड़ा.... आठ सौ रु स्टीयरिंग असेम्बली की उतराई और फिट कराई के लगेंगे... रु 3000/- सद्दाम मिस्त्री के रैक रिपेयरिंग के... मने रु 3800/-... रु और 200/- का ऑयल पड़ेगा ....
बुढ़िया कार के ऊपर रु 4000/-....? हमारे माथे पर आ पसीना गया.... हम घिघियाये कि " भाई हम पुराने ग्राहक हैं,पड़ोसी हैं " (हालांकि यह सफेद झूठ था ) ! मग़र 24 साल के अनपढ़ मग़र हुनरमंद लौंडे ने हमारी बात पर गौर करने की जगह दूसरे ग्राहक से बात शुरू कर दी !... चार पैसे बच जाएं तो हिन्दू अपनी पगड़ी तक ज़मीन पर रख देता है... सो हमने भी कोशिश की !... मग़र सद्दाम मिस्त्री नहीं माना ....
पूरा दिन इंतजारी में बिता... सद्दाम साहेब की नज़रे इनायत अपरान्ह 3 बजे हुई... 6 बजे,शाम.... रु 3800 /- सद्दाम मिस्त्री को थमा कर रोते-धोते घर लौटे !...
मेरे सामने कुछ घण्टों में कटिहार के रहने वाले 24 साल के अनपढ़ लड़के ने कम से कम रु 15000-20000 रु पैदा कर लिए ! विश्वास मानिए, मेरे द्वारा दिये गए रु 3800/- में मात्र 200 रु का ऑयल, 2-3 खुद की जुगाड़ की गई सीलें, जो 25 रु से ज़्यादा की नहीं होंगी... डाली गईं ! सूखे रु 3500 /- सद्दाम की जेब मे गए ! कोई हेल्पर नहीं ! यह होती है,हुनर की कीमत और पारितोषिक ! 24 साल का सद्दाम फिलहाल एक कार भी एफोर्ड करता हैं ....
हमारे बच्चे क्या करते हैं ? जनाब लाखों रु खर्च कर दिल्ली,नोएडा में बीटेक करते हैं....दो दो हज़ार किलोमीटर दूर जाकर पेइंग गेस्ट रहकर रु 15-20,000 की महीना तनख्वाह उठाते हैं.... मां-बाप ...बेटे-बेटी के दीदार को तरस जाते हैं ! कुछ को बड़े पैकेज भी मिल जाते हैं.... मग़र यह बीटेक/MCA... इनकम, अवकाश और वर्क सैटिस्फैक्शन में 'सद्दाम' से हमेशा पीछे रहते हैं...
सद्दाम दस-बारह साल में 6 बच्चों की टीम तैयार कर देता है ! हमारे बच्चे 35-38 साल के होकर 'सूटेबल' 'ब्राइड' और 'ग्रूम' की तलाश करते रहे जाते हैं !... हमारे बच्चों के बूढे... मां-बाप... अंतिम सांस लेते समय अक्सर अकेले होते हैं .....
सच बताना ज़िंदगी की असली जंग में कौन जीता...? मेरे हिसाब से सद्दाम !!
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