पाकिस्तानी मूल की एक लड़की आफिया सिद्दीकी पढ़ने में बहुत ब्रिलियंट थी
आगा खान ट्रस्ट के स्कॉलरशिप पर उसने यूरोप के प्रतिष्ठित विद्यालय से न्यूक्लियर साइंटिस्ट में मास्टर्स डिग्री लिया और फिर आगा खां ट्रस्ट के स्कॉलरशिप पर उसने अमेरिका में ही न्यूरो न्यूक्लियर साइंटिस्ट में पीएचडी किया
वह आतंकवादियों को परमाणु बम बनाने की ट्रेनिंग देने के फिराक में थी और उसने अपने घर पर इतना युरेनियम जमा कर लिया था जिससे एक छोटा मोटा परमाणु बम बनाया जा सके
इतना ही नहीं वह 9/11 के प्रमुख आतंकी खालिद शेख मोहम्मद के संपर्क में भी थी और उसने तीन आतंकवादियों को अपने घर पर पनाह भी दिया था वह इतनी ज्यादा कट्टरपंथी हो गई थी कि अपने वैज्ञानिक पति को तलाक देकर उसने आतंकी खालिद शेख मोहम्मद के आतंकी भतीजे से दूसरा निकाह कर लिया जबकि वह 5 बच्चों की मां थी
और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से डिग्री ली.
11 सितंबर 2001 के हमले के कुछ समय बाद आफिया अमेरिका के कानून प्रवर्तन की नजर में आईं. अमेरिका की एफबीआई और न्याय विभाग ने मई 2004 के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आफिया को अलकायदा का संचालक और सूत्रधार बताया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में आने वाले महीनों में अल-कायदा द्वारा हमले की योजना की खुफिया जानकारी की चेतावनी भी दी गई.
आफिया सिद्दीकी अभी अमेरिका की एक जेल में बंद है वह पिछले कई सालों से जेल में है और अमेरिकी कानून ने उसे जब तक वह जिंदा रहेगी तब तक जेल में रखने का सजा सुनाया है
एक बार अमेरिका के टेक्सास शहर में एक हमलावर ने चार लोगों को बंधक बना लिया और पाकिस्तानी वैज्ञानिक डॉ. आफिया सिद्दीकी की रिहाई की मांग करने लगा. हालांकि, पुलिस ने हमलावर को ढेर कर दिया और सभी लोगों को बचा लिया गया
यहां तक कि उसके कारनामे सुनकर अमेरिका की उस जेल में बंद दूसरी महिला कैदी जो अमेरिकी थी उन्होंने उसकी जमकर कंबल पिटाई भी कर दिया था जेल में उसके ऊपर तीन बार हमले हुए इसीलिए उसे जेल के एक विशेष सेल में रखा गया है
मैंने पहले भी कहा है अभी भी कह रहा हूं जो शांतिदूत जितना ज्यादा पढ़ा लेता है वह उतना ही बड़ा आतंकवादी बनता है यह अगर टेंपो चलाएंगे पंचर लगाएंगे तो कम से कम आतंकवादी तो नहीं बनेंगे
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