इक दिन मोरनी बोली मुझे छोड़ कर कभी तुम उड़ तो नहीं जाओगे ,मोर ..उड़ जाऊ तो तुम पकड़ लेना ,,मोरनी बोली ..मै तुम्हे पकड़ सकती हु पर पा नहीं सकती ,,मोर की आँखों में आंसू आ गए ,,उसने अपने सारे पंख तोड़ दिए ,और बोला हम हमेशा साथ रहेंगे ,इक दिन जोर से हवा चली .मोर ने सोचा तूफान आने वाला है ,,तभी मोर बोला तुम उड़ जाओ मै नहीं उड़ सकता ,,मोरनी :-अपना ख्याल रखना कहकर उड़ गयी ,जब तूफान थमा और मोरनी वापस आई तो उसने देखा की मोर मर चूका था ,और इक डाली पर लिखा था ,काश वो इक बार तो कहती की मैं तुम्हे छोड़ के नहीं जा सकती तो सायद में तूफान आने से पहले नहीं मरता ...
जय श्री कृष्णा, ब्लॉग में आपका स्वागत है यह ब्लॉग मैंने अपनी रूची के अनुसार बनाया है इसमें जो भी सामग्री दी जा रही है कहीं न कहीं से ली गई है। अगर किसी के कॉपी राइट का उल्लघन होता है तो मुझे क्षमा करें। मैं हर इंसान के लिए ज्ञान के प्रसार के बारे में सोच कर इस ब्लॉग को बनाए रख रहा हूँ। धन्यवाद, "साँवरिया " #organic #sanwariya #latest #india www.sanwariya.org/
यह ब्लॉग खोजें
शनिवार, 14 अप्रैल 2012
मोर और मोरनी की प्रेम कहानी ::-
इक दिन मोरनी बोली मुझे छोड़ कर कभी तुम उड़ तो नहीं जाओगे ,मोर ..उड़ जाऊ तो तुम पकड़ लेना ,,मोरनी बोली ..मै तुम्हे पकड़ सकती हु पर पा नहीं सकती ,,मोर की आँखों में आंसू आ गए ,,उसने अपने सारे पंख तोड़ दिए ,और बोला हम हमेशा साथ रहेंगे ,इक दिन जोर से हवा चली .मोर ने सोचा तूफान आने वाला है ,,तभी मोर बोला तुम उड़ जाओ मै नहीं उड़ सकता ,,मोरनी :-अपना ख्याल रखना कहकर उड़ गयी ,जब तूफान थमा और मोरनी वापस आई तो उसने देखा की मोर मर चूका था ,और इक डाली पर लिखा था ,काश वो इक बार तो कहती की मैं तुम्हे छोड़ के नहीं जा सकती तो सायद में तूफान आने से पहले नहीं मरता ...
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
function disabled
Old Post from Sanwariya
- ► 2024 (345)
- ► 2023 (420)
- ► 2022 (477)
- ► 2021 (536)
- ► 2020 (341)
- ► 2019 (179)
- ► 2018 (220)
-
▼
2012
(671)
-
▼
अप्रैल
(15)
-
▼
अप्रैल 14
(11)
- वो है माँ का प्यार
- अगर किसी इन्सान में आगे दी हुयी पांच खूबियाँ हों ,...
- बन के अच्छी सी एक खबर निकलो
- कन्या भ्रूणहत्या
- कहते है लोग इसे राम का दीवाना !!
- कुत्ते के तेज दिमाग का कारनामा
- मोर और मोरनी की प्रेम कहानी ::-
- चारो ओर खड़े है लुटेरे बड़े ही खतरनाक|
- मेरा भारत फिर से विश्व गुरु कहलायेगा, दुनिया में फ...
- सुख, शान्ति व सफलता के लिये.- वास्तु दीप.
- एक बेटे ने अपनी आत्मकथा में अपनी माँ के बारे में लिखा
-
▼
अप्रैल 14
(11)
-
▼
अप्रैल
(15)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी करें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.