एक नम्र निवेदन .. भगवान को भोग लगाने से पहले जरुर पढ़े ...
क्या आप ऐसी मिठाई अपने भगवन को अर्पन करोगे जो शाकाहारी न हो ..श्री कृष्ण हर गौ को अपनी माता समजते थे ,अपना बच्चा समझते थे .गौ में ३६ कोटि देवता निवास करते है ..जहा भगवान् का निवास हो ऐसी गौ माता ,बैल ,बछड़ा,इनकी की आंत का प्रयोग कर के ये चंडी वर्क बनता है क्या हम हमारे ही बच्चो की माँ की आंत का प्रयोग से बना कोई भी मिष्ठान खा सकते है ??? तो हमारे भगवान कैसे खाए ??? क्या चांदी वर्क वाली मिठाई ही स्वादिष्ट होती है ? अगर आप शुद्ध शाकाहारी है तो कृपया ऐसी मिठाई को त्यागे जिस पर चांदी वर्क है अगर आप शाकाहारी है तो अपने भगवान को भी रहने दे .
कुछ लोग होते है जो चांदी वर्क की मिठाई को अपना HIGH STATUS समझते है पर ये गलत है कोई भी मिठाई चांदी वर्क लगाने से उच्च नहीं होती ..मिठाई अगर शुद्ध हो तो वो उच्च प्रति की मानी जाती है और भगवान भी उसी को स्वीकार करते है ..
शाकाहार एक उत्तम आहार है .
क्या आप ऐसी मिठाई अपने भगवन को अर्पन करोगे जो शाकाहारी न हो ..श्री कृष्ण हर गौ को अपनी माता समजते थे ,अपना बच्चा समझते थे .गौ में ३६ कोटि देवता निवास करते है ..जहा भगवान् का निवास हो ऐसी गौ माता ,बैल ,बछड़ा,इनकी की आंत का प्रयोग कर के ये चंडी वर्क बनता है क्या हम हमारे ही बच्चो की माँ की आंत का प्रयोग से बना कोई भी मिष्ठान खा सकते है ??? तो हमारे भगवान कैसे खाए ??? क्या चांदी वर्क वाली मिठाई ही स्वादिष्ट होती है ? अगर आप शुद्ध शाकाहारी है तो कृपया ऐसी मिठाई को त्यागे जिस पर चांदी वर्क है अगर आप शाकाहारी है तो अपने भगवान को भी रहने दे .
कुछ लोग होते है जो चांदी वर्क की मिठाई को अपना HIGH STATUS समझते है पर ये गलत है कोई भी मिठाई चांदी वर्क लगाने से उच्च नहीं होती ..मिठाई अगर शुद्ध हो तो वो उच्च प्रति की मानी जाती है और भगवान भी उसी को स्वीकार करते है ..
शाकाहार एक उत्तम आहार है .
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