ये तो प्रेम कि बात है, उद्धव !!
ये तो प्रेम कि बात है, उद्धव ! बंदगी तेरे बस कि नहीं है !-२ !
यहा सरदे के होते है ,सौदे ,-२ , आशिकी इतनी सस्ती नहीं है !!
ये तो .............................. .......... तेरे बस कि नहीं है !!
प्रेम वालो ने कब वक्त पूछा, उनकी पूजा में सुनले ऐअ उद्धव !-२ !
यहाँ दम दम में होती है पूजा,-२, सर झुकाने कि फुरसत नहीं है !!
ये तो .............................. .......... तेरे बस कि नहीं है !!
जो उतरती है चढ़ती है मस्ती, वो हकीकत में मस्ती नहीं है !-२ !
जो असल में है मस्ती में डूबे,-२, उन्हें क्या परवाह जिन्दगी कि !!
ये तो .............................. .......... तेरे बस कि नहीं है !!
जिसकी नजरो में श्याम प्यारे , वो तो रहते है जग से निराले !-२!
जिसकी नजरो में मोहन समाये,-२,वो नजर फिर तरसती नहीं है !!
ये तो .............................. .......... तेरे बस कि नहीं है !!
ये तो प्रेम कि बात है, उद्धव ! बंदगी तेरे बस कि नहीं है !-२ !
यहा सरदे के होते है ,सौदे , -२ , आशिकी इतनी सस्ती नहीं है !!
ये तो .............................. .......... तेरे बस कि नहीं है !!
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