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मंगलवार, 2 मई 2023

पहलवानों के धरने के पीछे जॉर्ज सोरस... मोदी को हटाने के लिए विदेशी खेला शुरू...

पहलवानों के धरने के पीछे जॉर्ज सोरस... मोदी को हटाने के लिए विदेशी खेला शुरू...


आज से दो महीने पहले जब अमेरिका के पूंजीपति जॉर्ज सोरस ने बिलखते हुए कहा था कि अदानी के मुद्दे पर मोदी ने जवाब नहीं दिया, मोदी को संसद में जवाब देना होगा। 

उस वक्त जॉर्ज सोरस ने मोदी को तानाशाह बताते हुए ये कहा था कि वो मोदी को हराकर भारत के अंदर दोबारा लोकतंत्र को बहाल करेगा। 

जॉर्ज सोरस के अंदर राष्ट्रवादियों के प्रति काफी घृणा है। जॉर्ज सोरस ने अमेरिका में ऐलान करके ट्रंप को हराने के लिए अपना खजाना खोल दिया था। 

जॉर्ज बुश की अगुवाई वाली रिपब्लिकन पार्टी को भी जॉर्ज सोरस ने ऐलानिया हराया था। 

जॉर्ज सोरस एंटी मोदी एनजीओ और संगठनों को खूब पैसा दे रहा है। मोदी विरोधी वकीलों को भी फंडिंग हो रही है और इसका असर अब दिखना शुरू हो गया है।

कर्नाटक में 10 मई को वोट पड़ने वाले हैं और जंतर मंतर पर मोदी विरोध का नया मंच तैयार हो गया है। जिस पर अब तक प्रियंका गांधी, सत्यपाल मलिक, पप्पू यादव और केजरीवाल भी आ चुके हैं । मोदी तेरी कब्र खुदेगी आज नहीं तो कल खुदेगी, ये नारे भी जंतर मंतर पर खिलाड़ियों में मौजूदगी में लगे हैं। 

सोचिए खेल के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कुछ नहीं किया । मेडल जीतने से पहले भी हौसला बढाने के लिए बात की और मेडल जीतने के बाद भी सबको हमेशा मिलने के लिए बुलाया और खेल की बेहतरी के लिए प्रयास किए । जब से मोदी जी प्रधानमंत्री बने, मेडल की टैली में भी भारत की स्थिति में सुधार आया । लेकिन इसका सिला मोदी जी को ये मिला कि उनकी मौत की दुआ मांगी जा रही है ।

सबसे बड़ा सवाल ये है कि अब जब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर, बृ़जभूषण शरण सिंह जी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है तो जंतर मंतर पर धरने को आगे बढ़ाने की क्या जरूरत है ? 

लेकिन धरने को इसलिए वापस नहीं लिया जा रहा है क्योंकि कर्नाटक में चुनाव है और वोटिंग होने वाली है । जिस लड़की के साथ बुरा होता है क्या वो जंतर मंतर पर धरना करती है या फिर सीधे पुलिस थाने जाती है ?

किसानों के नाम पर यूपी के अंदर जाटों को उकसाने की कोशिश की गई थी । लेकिन जब यूपी का चुनाव योगी जी जीत गए तो सत्य हिंदी डॉट कॉम पर एक चर्चा में योगेंद्र यादव ने कहा कि हमने पिच अच्छी तैयार की थी, रोलर भी चलाया था लेकिन अखिलेश यादव अच्छी बॉलिंग करके योगी और मोदी को आउट नहीं कर सके । 

ठीक इसी तरह अब जंतर मंतर पर भी मोदी विरोध का अखाड़ा तैयार किया जा रहा है ताकी वेस्ट यूपी और हरियाणा में जाटों को बीजेपी के खिलाफ भड़काने का काम किया जा सके ।

अजीत अंजुम जंतर मंतर पर रिपोर्टिंग करने गए थे तब एक पहलवान बोली कि वो अजीत अंजुम की बहुत बड़ी फैन है । एकदम साफ है कि ये लोग मोदी विरोधी प्यादे हैं जिनका इस्तेमाल कांग्रेस कर रही है और इसका नुकसान देश को हो रहा है । 

पीटी ऊषा ने कहा कि ये महिला पहलवान देश को बदनाम कर रही हैं । मैरीकॉम भी पीटी ऊषा के साथ हैं । सवाल ये है कि क्या मैरिकॉम और पीटी ऊषा के मेडल की कोई कीमत नहीं है वो भी तो मेडल विजेता हैं ।

सिर्फ आरोप लगाने से कोई बात सही नहीं होती है । सबूत भी होने चाहिए और अगर महिला पहलवान का दावा है कि 1000 लड़कियों के साथ बृ़जभूषण ने यौन कदाचार किया तो फिर उनको सबूत दिखाने चाहिए । 

एक विशेष परिवार जो कुश्ती पर कब्जा चाहता है वो आखिर नेशनल क्यों नहीं खेलना चाहता है ? सीधे ओलंपिक ही क्यों खेलना चाहता है ? 

ये तमाम सवाल हैं जो पहलवानों के धरने को टूल किट प्रायोजित साबित कर रहे हैं ।

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