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शुक्रवार, 27 अगस्त 2021

दुनिया की सबसे खतरनाक जनजाति या कबीला

दुनिया की सबसे खतरनाक जनजाति या कबीला

मुर्सी जनजाति के लोग अपनी सुरक्षा के लिए AK-47 जैसे आधुनिक हथियार रखता हैं। ये ज्यादा मोटे और ताकतवर बने रहने के लिए खून पिते हैं। इसलिए मुर्सी जनजाति दुनिया की सबसे खतरनाक जनजाति या कबीला है।

इस धरती पर दुनियाभर कई तरह के लोग रहतें हैं, जो अलग-अलग धर्म और अलग-अलग भगवान को मानते हुए भी एक साथ रहतें  हैं। पर कुछ ऐसे भी रहस्यमयी समुदाय या जनजाति हैं जो इस दुनिया में रहते हुए भी अलग-थलग जीवनयापन व्यतीत करतें हैं। ये कबीला अपनी परंपरागत रहन-सहन और खान-पान को लेकर रहस्यमयी बने रहते हैं। आज हम आपको ऐसी ही जनजाति के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि अन्य जनजातियों की तरह नहीं है क्योंकि इन लोगों को काफी खतरनाक माना जाता है।

आज हम आपको ऐसी जनजाति के बारे में बताने जा रहे है, जो दुनिया की सबसे खतरनाक जनजाति है। इस जनजाति का नाम “मुर्सी” है। मुर्सी जनजाति पूर्वी अफ्रीका के इथोपिया में रहती है। मुर्सी जनजाति की कुल आबादी लगभग 10 हजार के आस-पास है।

 



मुर्सी जनजाति के लोग अजीबों-गरीब रीति-रिवाज़ को मानते हैं, जैसे युद्ध पर जाते समय जाने से पहले गाय के खून को पिते हैं। ताकि ये ज्यादा मोटे और ताकतवर बने रहें और अपने कीबले में अपना सम्मानजनक पोजीशन बना सकें। मुर्सी जनजाति के लोगों का मानना है की किसी दूसरे लोगों को मारे बगैर जिंदा रहने से अच्छा है कि खुद को मार लें। इसलिए मुर्सी जनजाति को दुनिया का सबसे ज्यादा खतरनाक जनजाति माना जाता है।

मुर्सी जनजाति के लोग आज भी अपनी पुरानी परंपरा के अनुसार जीवन यापन व्यतीत करतें हैं। इस कीबले के मर्द सुंदर लडकियों से विवाह के लिए एक-दुसरे से लड़ाई करता है और जो मर्द इस लड़ाई में जितता है। उस मर्द को ही लड़की से सादी करने का अधिकार मिलता है। ऐसा माना जाता है कि इस लड़ाई में दो लोग आपस में तबतक लड़ते हैं, जबतक एक की मौत ना हो जाए।

 

ये जनजाति दक्षिण इथियोपिया और सूडान बॉर्डर के पास ओमान वैली में रहतें हैं। मुर्सी जनजाति के लोगों के पास आधुनिक युग के हथियार होते हैं। मुर्सी जनजाति के लोग मुख रूप से Ak-47 जैसे आधुनिक हथियार अपने पास रखना पसंद करते हैं। इन्हें आधुनिक हथियार इतना पसंद है कि ये लोग जंगली जानवरों को भी सौदा कर के हथियार ले लेते  हैं। मुर्सी जनजाति के क्षेत्र में इनकी मरजी के बिना पैर रखना मौत को बुलाना है। ये लोग AK-47 के पुराने को मॉडल के लिए लगभग 8 से 10 गाय और नए मॉडल के लिए लगभग 30 से 40 गाय देकर खरीदते हैं। इन्हें ये Ak-47 जैसे आधुनिक हथियारों की सप्लाई सूडान और सोमालिया जैसे देशों से की जाती है।

 

इस कबीले के लोग अपने अजीबों-गरीब परंपराओं को लेकर भी हमेशा चर्चा में बने रहते हैं। मुर्सी जनजाति के लोग अपने शारीरिक को इस तरह से बना लेते हैं कि जिसे देखकर इंसान की रूह कांप जाएगा। ये लोग अपनी महिलाओं के के निचले होंठ में लकड़ी या फिर मिट्टी की चक्र लगा देते हैं। ऐसा इसलिए करतें हैं ताकि ये अपनी काबिले की महिलाओं को तस्करों और पर्यटकों से खरीद-बिक्री से बचा सकें। मुर्सी जनजाति  की लड़कियाँ जब लगभग 15 साल की होती हैं तो बुरी नजर से बचने के लिए भी लकड़ी या फिर मिट्टी की चक्र को पहना दी जाती है। लिप-प्लेट पहनी ये महिलाएँ पर्यटकों की आकर्षण का केंद्र रहती हैं। मुर्सी जनजाति के अलावा छाई और तिरमा नाम की जनजाति में भी ऐसी ही परंपरा  होती है।

 

ऐसा करने से लड़कियों की सुंदरता कम हो जाती है, जब ये लगभग लड़कियाँ 15-16 साल की उम्र की हो जाती है, तब माँ दूसरी महिला साथियों के साथ मिलकर अपनी बेटी के निचले होंठ काट देती हैं। जब होठ के घाव भर जताते हैं तब लगभग 12 सेंटीमीटर वाला चक्र (लिप डिस्क) इनके होठों में फंसा दी जाती है। इसके बाद पूरी जिंदगी ये चक्र होठ में लगी ही रहती है।

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