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रविवार, 6 फ़रवरी 2022

अंकुरित आलू धीमा जहर है

 

आलु संसार के लगभग हर कोने में पाया जाता है और प्रत्येक घर में आलु का किसी न किसी रूप में उपयोग होता है ।

ऐसे में यह जानना अत्यंत आवश्यक हो जाता है कि क्या अंकुरित आलु धीमा जहर है?

जी हां। बिल्कुल सही सुना आपने अंकुरित आलू हमारी सेहत के लिए सही नहीं है।

जब आलू अंकुरित होता है तो एक प्रकार की रासायनिक प्रक्रिया से गुजरता है। इस प्रक्रिया के दौरान अंकुरित आलु का कार्बोहाइड्रेट स्टार्च शुगर में बदलने लगता है।

इसी दौरान सोलानिन और अल्फा कैकोनिन नाम के दो जहरीले तत्व बनते हैं।

आलू बाहर से नरम और मुरझा जाता है ।

सोलानीन और अल्फा कैकोनीन दोनों ही हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तत्व हैं। जो हमारे पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

अंकुरित आलू खाने से फ़ूड पोइज़निंग का खतरा रहता है।

तो जब भी आपके सामने अंकुरित आए तो उसे फेंकने में ही अपनी भलाई समझे।

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