वैसे मृत्यु के समय सिरहाने निम्न चीजों को रखा जाना चाहिए
गंगा जल - ये अर्थात गंगा जल ज्यादातर सभी हिंदुओं के घर में हमेशा ही रहता है। इसका जितना महत्व पूजा में होती है। उतनी ही अनिवार्यता मृत्यु के समय भी होती है। यदि मृत्यु के समय सिरहाने इसे रखा जाय तो कहते हैं कि जिस प्रकार गंगा जल में कीड़े नहीं लगते उसी प्रकार उसी प्रकार हमारे जीवन में किए गए पाप रुपी कीड़े भी इसके स्पर्श मात्र से नष्ट हो जाते हैं। जिसके परिणामस्वरूप यमराज हमें पापों से मुक्ति देते हैं।
तुलसी - 🙏🌺🌺🌺🌺 तुलसी के बारे में सभी जानते हैं। ये बैक्टीरिया नाशक है। इसे सिरहाने रखने से सभी दोषों से मुक्ति मिल जाती है। कहा जाता है कि तुलसी और गंगाजल स्वर्ग में नहीं मिलती अतः धरती पर ही मिलने के कारण सबसे अधिक पवित्र, दुर्लभ और पापनाशिनी होने के कारण यमराज प्रसन्न होकर पापों से मुक्ति दे देते हैं।
भागवत गीता - भागवत गीता 🌺🌺🌺🙏 योगेश्वर, सबसे बड़े राजनीतिज्ञ, श्रीकृष्ण के मुख से निकले ज्ञान का सागर है। इसलिए कहा जाता है कि इसके श्रवण मात्र से जीवन मृत्यु के दुखदायी चक्र से मुक्ति मिल जाती है। अतः इन्हें सिरहाने रखनें से पापियों को पाप से तारती है। परिणामस्वरूप यमराज पापों से मुक्ति का वरदान प्रदान करते हैं।🌺🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺🌺
ये तो हुई धार्मिक कारण किंतु इन सबके अतिरिक्त एक परम सत्य कुछ और भी है। जो गृहस्थ आश्रम वालों के लिए थोड़ा कठिन है। पापों से मुक्ति का मूल मार्ग है। ज्ञान , सद्कर्म सबसे प्रेम करना वो भी निष्कम , वैराग्य भाव के साथ। मोह का लेश मात्र स्थान नहीं होना चाहिए। तभी वास्तव में सच्ची मुक्ति की प्राप्ति होती है। 🙏🙏🌺🌺🌺🌺🌺🌺🙏🙏🌺🌺🌺🌺🌺🌺
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ये तो हुई धार्मिक कारण किंतु इन सबके अतिरिक्त एक परम सत्य कुछ और भी है। जो गृहस्थ आश्रम वालों के लिए थोड़ा कठिन है। पापों से मुक्ति का मूल मार्ग है। ज्ञान , सद्कर्म सबसे प्रेम करना वो भी निष्कम , वैराग्य भाव के साथ। मोह का लेश मात्र स्थान नहीं होना चाहिए। तभी वास्तव में सच्ची मुक्ति की प्राप्ति होती है। 🙏🙏🌺🌺🌺🌺🌺🌺🙏🙏🌺🌺🌺🌺🌺🌺
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