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शनिवार, 18 सितंबर 2021

Android क्या है और इसका इतिहास ?

 

Android क्या है और इसका इतिहास ?

 आज हम जानेंगे आज के दुनिया मे स्मार्ट फोन हम मानव की जरूरत सी बन चुकी है.स्मार्टफोन के मदद से हमारे जीवन के काम करने के तौर तरीकों मे बहुत ही बदलाओ सा हो गया है.

ऐसे मे हम अगर बात करते है स्मार्ट फोन की तो हमे Android शब्द सुनने को जरूर मिलता है और आप मे से बहुतों लोग इसका स्तेमाल बी करते है पर Android Kya Hota Hai इसकी जानकारी हमे पूरी तरह नहीं होती जिसके लिए मुझे लगा क्यू ना आपको एंड्रॉयड क्या है हिन्दी मे इसकी जानकारी आपलोगों तक पहुचाया जाए.

ताकि जब भी Android शब्द का जिक्र हो तो आप इसे दूसरों को भी समझा सके की Android क्या होता है और इसका काम क्या है ताकि आप एक स्मार्ट यूजर कहलाए.Androidके साथ साथ आपने Windows और iOS स्मार्ट फोन के बारे मे भी सुना होगा पर आज हम Android के बारे मे जानेंगे की Android Operating System Kya Hai विस्तार से.

Android एक ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका स्तेमाल स्मार्टफोन मे सबसे ज्यादा कीया जाता है यह पूरे दुनिया मे ऑपरेटिंग सिस्टम के मामले मे सबसे प्रसिद्ध ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे Google के द्वारा बनाया गया है और यह linux kernel के ऊपर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है और यह बहुत ही user Friendly है जिसे बड़े ही आसानी से कोई भी स्तेमाल कर सकता है.

Android open source होने के वजह से इसे ज्यादा तर मोबाईल कंपनी द्वारा उनके स्मार्ट फोन मे डाला जाता है और क्यू की यह ओपन सोर्स है इसके चलते Android ऑपरेटिंग सिस्टम वाले फोन हमे सस्ते दामों पर मिल जाता है.

सुरू से लेकर आज तक इसके कई वर्ज़न आ चुके है जिनमे Android 1.0 Alpha ,Android 4.1 Jelly Bean, Android 5.0 Lollipop, 6.0 Marshmallow, Android 10 इत्यादि सामील है जिनके बारे मे हम आगे जानेंगे.

Fact-भारत मे 90% से 94% स्मार्टफोन एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्तेमाल कीये जाते है और वही बात करे पूरे दुनिया मे तो करीब 70 %से 85% स्मार्ट फोन एंड्रॉयड के स्तेमाल कीये जाते है .

Open-source क्या है?

ओपन सोर्स उसे कहते है जिसके सोर्स कोड आम डेवलपर्स के लिए उपलब्ध हो और उसमे किसी भी तरह परिवर्तन कीया जा सके और इसके लिए किसी को किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं देना होता है.


उदाहरण के और पर आप जिस भी कंपनी का स्मार्टफोन स्तेमाल करते है वो रहता तो Android ही है पर कंपनी उसमे कुछ परिवर्तन कर अपने खुद के UI (User interface ) डाल कर देती है जैसे realme के स्मार्ट फोन मे हमे (Realme ui 2.0) और Oneplus के फोन मे (Oxygen OS 11) देखने को मिलता है.

एंड्रॉयड का इतिहास-History of Android in Hindi

गूगल से पहले एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम Android Inc की थी जिसके फाउन्डर Andy Rubin, Rich Miner, Nick Sears और Chris White थे.इहोने इसपर सुरुवात मे काम कीया और क्यू की इनके पास कुछ खास फन्डिंग ना होने के कर इसे गूगल को 2005 मे बेचना पड़ा.

गूगल से पहले एंड्रॉयड (Android Inc) की थी जिसके फाउन्डर Andy Rubin, Rich Miner, Nick Sears और Chris White थे.इहोने इसपर सुरुवात मे काम कीया और क्यू की इनके पास कुछ खास फन्डिंग ना होने के कर इसे गूगल को 2005 मे बेचना पड़ा और गूगल ने Android को खरीदने के बाद इन्ही चारों को उसका मुख्य बनाया.

बाद मे March 2013 मे Andy Rubin को इसे छोड़ किसी और प्रोजेक्ट पर अपना समय देने का सोचा और आगे चलकर Android को Sundar Pichai के देख रेख मे रखा गया और सन 2007 एंड्रॉयड मे अपना पहला वर्ज़न लौंच कीया और एक एक कर इसमे कई सुधार कर नए नए वर्ज़न मार्केट मे लौंच कीया गया.

Android OS की Evolution – Android Beta से Pie तक का सफ़र

यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं की आज एंड्रॉयड दुनिया का सबसे लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे समसे ज्यादा स्मार्टफोन के लिए पसंद कीया जाता है वही आजकल इसका उपयोग कुछ स्मार्ट टीवी इत्यादि मे भी किया जा रहा है.

यदि बात लकरे एंड्रॉयड की तो इसे Google और Open Handset Alliance मिलकर डेवेलप कीया था तब से लकर आज तक बाजार मे इसके कई वर्ज़न आ चुके है वही इसमे पहले से बहुत ज्यादा सुधार हो चुका और अब का एंड्रॉयड एक अड्वान्स OS है.

एंड्रॉयड के बारे मे सबसे रोचक बात यह है की इसके हर वर्ज़न को Alphabetic order के हिसाब से कोड नेम दिए जाते है जैस Cupcake, Donut, Éclair, Froyo, Gingerbread, Honeycomb, Ice cream sandwich, Jelly Bean, KitKat, Lollipop, Marshmallow, Nougat, Oreo और Pie और यह सभी नाम किसी ना किसी desserts के नाम पर रखा गया है.

Android Versions के नाम और API level (Android versions, name, and API level)

हमने एंड्रॉयड क्या है और Android के इतिहास के बारे मे जाना अब हम एंड्रॉयड द्वारा सुरू से लकर अभी तक के वर्ज़न के नाम और उनमे हुए अपडेट के बारे मे जानते है और आपने इन सभी मे से एक दो ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल जरूर कीया होगा अगर आप एंड्रॉइड स्मार्टफोन का स्तेमाल करते होंगे तो.

Code nameVersion numbersAPI levelRelease date
Alpha1.01September 23, 2008
Beta1.12February 9, 2009
Cupcake1.53April 27, 2009
Donut1.64September 15, 2009
Eclair2.0 – 2.15 – 7October 26, 2009
Froyo2.2 – 2.2.38May 20, 2010
Gingerbread2.3 – 2.3.79 – 10December 6, 2010
Honeycomb3.0 – 3.2.611 – 13February 22, 2011
Ice Cream Sandwich4.0 – 4.0.414 – 15October 18, 2011
Jelly Bean4.1 – 4.3.116 – 18July 9, 2012
KitKat4.4 – 4.4.419 – 20October 31, 2013
Lollipop5.0 – 5.1.121- 22November 12, 2014
Marshmallow6.0 – 6.0.123October 5, 2015
Nougat7.024August 22, 2016
Nougat7.1.0 – 7.1.225October 4, 2016
Oreo8.026August 21, 2017
Oreo8.127December 5, 2017
Pie9.028August 6, 2018
Android 1010.029September 3, 2019
Android 111130September 8, 2020
Android 12no data no datano data
















Android different Versions Code name/Version numbers/API level/Release date
Android Versions और उनके Features

हम यहाँ जानते है सुरू से अभी तक Android Versions के बारे मे.

Android 1.0 Alpha

यह  September 23, 2008 मे सबसे पहला variant आया था और इसके बाद दो variant जिनके नाम Astro और Bender जिसे पब्लिक मे लौंच नहीं कीया गया था.

Android 1.5 Cupcake

यह एक variant स्वीट के नाम पर रखा गया था इसमे कोई बदलाओ कीया गया इसमे आपका स्क्रीन अपने आप घूमती थी फोन के हिसाब से और third party virtual keyboard ,video recording and playback ,animated screen transitions इत्यादि का सपोर्ट देखने को मिला.

Android 1.6 Donut

यह variant  September 29, 2009 मे लौंच हुआ इसमे GSM के साथ साथ हमे CDMA का भी सपोर्ट देखने को मिला.

Android 2.1 Eclair

Android Donut के लॉन्च होने के ठीक दो महीने बाद October 26 ,2009 Android 2.1 Eclair लौंच हुआ जिसमे हमे Live navigation यानि गूगल मैप का सपोर्ट देखने को मिल और इसके साथ साथ टेक्स्ट तो स्पीच ,expanded Account sync, Exchange email support, Bluetooth 2.1 इत्यादि का सपोर्ट मिला.

Android 2.3 Froyo

Android 2.3 Froyo May 20, 2010 मे लौंच हुआ यह नाम frozen yogurt से मिलकर बना जो Linux kernel 2.6.32 पर based था.इसमे हमे वाईफाई और हॉट स्पॉट का सपोर्ट देखने को मिला.

Android 2.3 Gingerbread

2.3 Gingerbread को December 6, 2010 को लौंच हुआ जिसमे यूजर इंटरफेस मे कई बदलाओ देखने को मिला.इसमे हमे एक्स्ट्रा लार्ज स्क्रीन देखने को मिली साथ ही साथ Faster Text Input, Copy और Paste के फीचर भी हमे देखने को मिले.एंड्रॉयड के इस वर्ज़न के सॉफ्टवेयर मे कई सुधार कीये गए और यह पहले से ज्यादा तेज था और इसमे हमे कई नए हार्डवेयर तथा अन्य सपोर्ट देखने को मिला.

Android 3.2 Honeyco mb

February 22, 2011 को Android 3.2 Honeycomb लौंच हुआ जो बड़े स्क्रीन के लिए डिजाइन कीया गया था जैसे टैबलेट इत्यादि इसमे हमे वर्चुअल और होलोग्राफिक User Interface देखने को मिला साथ ही साथ इसमे हम multiple browser tabs का उपयोग कर सकते थे.

साथ ही साथ इसमे कैमरा पहले से जल्दी खुलता था और यह वर्ज़न वीडियो कॉल को भी सपोर्ट करता था.

Android 4.0 Ice Cream Sandwich

October 19, 2011 को लौंच हुआ Android 4.0 Ice Cream Sandwich जिसमे हमे Face unlock सिस्टम देखने को मिला और यह पहली बार था और साथ ही साथ इसमे कई सुधार भी कीये गए थे.

Android 4.1 Jelly Bean

June 27, 2012 को Android 4.1 Jelly Bean के नाम से लौंच हुआ यह Linux kernel 3.0.31 के ऊपर based था जिसमे हमे  bi-directional text, ability to turn off notifications on apps, offline voice detection.

इसके साथ Google Wallet, shortcuts and widgets, multichannel audio, Google Now search application, USB audio, audio chaining इत्यादि देखने को मिले और आगे चलकर इसमे और भी अपडेट आए जो की 4.2 और 4.3 था.

Android 4.4 “KitKat”

October 2013 मे लौंच हुआ Android 4.4 “KitKat” जिसे बहुत ही ज्यादा पसंद कीया गया लौंच होने से पहले इसका नाम Key Lime Pie होना था बर बाद KitKat कंपनी के साथ डील होने के बाद इसका नाम Android 4.4 “KitKat” रखा गया.

Android 5.0 Lollipop

 October 15, 2014 को गूगल ने लौंच कीया Android 5.0 Lollipop जिसमे एंड्रॉयड का पूरा फ़ील ही बदल गया इसमे कई बदलाओ कीये गए जैसे इसमे हमे Material Design बहुत ही बेहतर देखने को मिल साथ ही साथ  colourful interfaces, playful transitions इत्यादि हमे मिला

Android का यह वर्ज़न को लोगों ने खूब पसंद कीया और इसमे  Battery Life मे भी काफी सुधार कीया ज चुका था.

Android 6.0 Marshmallow

Android 6.0 Marshmallow को गूगल ने लौंच कीया October 5, 2015 को जो की इसके पिछले वर्ज़न से काफी मिलता झूलता था पर इसमें हमे कोई और सपोर्ट जैसे फिंगर प्रिन्ट अन्लाक और USB type C देखने को मिला इत्यादि.

Android 7.0 Nougat

 October 4, 2016 को Android 7.0 Nougat का अपडेट आया जिसमे हमे Night Light ,Fingerprint swipe down gesture, Daydream VR Mode, Circular app icons support इत्यादि का सपोर्ट देखने को मिला.देखा जाए तो इसमे इसके आलवे भी कोई बड़े अपडेट हमे देखने को मिले.

Android 8.0 OREO

August 18, 2017 को गूगल ने अपना नया अपडेट लोगों के सामने लाया जिसका नाम था Android 8.0 OREO जिसमे हमे कोई बेहतर सुविधा देखने को मिली जैसे Enhanced Battery Life ,Smart Text Selection ,Better Google Assistant, Autofill feature और इत्यादि.

Android 9.0 Pie

August 6, 2018 को गूगल ने लौंच कीया Android 9.0 Pie जिसमे हमे Adaptive Battery, Adaptive Brightness, App Actions इत्यादि जैसे नए फीचर देखने मिला.

Android 10

Android 10 को गूगल ने लौंच कीया September 3, 2019 को जिसमे पहले इसे गूगल के द्वारा इसका नाम Android Q कहा जा रहा था बाद मे इसका नाम Android 10 रखा गया.

  • इसमे हमे gesture controls मे काफी सेटिंग देखने को मिला इसके साथ साथ हमे इसमे डार्क मोड का भी सपोर्ट देखने को मिला.
  • इसमे जो हमे शेयर शीट मिलती और वह पहले से काफी फास्ट मिला.
  • इसमे हमे QR Code द्वारा वाईफाई पसवॉर्ड शेरिंग का ऑप्शन देखने मिल और इत्यादि.
Android 11

इसे गूगल ने लौंच कीया September 8, 2020 जो की गूगल का लेटेस्ट अपडेट है इसमे हमे परफॉरमेंस मे सुधार देखने को मिला उसके साथ साथ इसमे हमे एप के पर्मिसन मे काफी सेटिंग देखने को मिली

वही इसमे हमे ज्यादा इस्तेमाल करने वाले एप को पिन करने का ऑप्शन देखने को मिल इसके अलावे भी हमे इसमे हमे काफी और फीचर्स देखने को मिलता है.

Android 12

Android 12 को बहुत जल्द ही हम स्तेमाल कर पाएंगे फिलहाल गूगल ने इसका developer preview लौंच कीया जिसे हम बीटा टेस्टिंग भी कह सकते है. आने वाले 2021,जुलाई से सप्टेंबर के बीच यह हमे स्तेमाल करने को मिल सकता है.

कहा यह भी जा रहा है की Pixel devices मे हमे इसका अपडेट देखने को सकता है और तो और हमे Pixel flagship फोन मे भी इसका अपडेट देखने को मिल सकता है.

अगर हम बात करे Android 12 मे मिलने वाले फीचर्स की तो इसमे हमे

  • Blueish tint.
  • Settings menu tweak.
  • Enhanced screenshots .
  • Share sheet image edit.
  • Customization (जैसे -Home Screen grid इत्यादि मे)
  • Media Player interface
  • Notifications के डिजाइन मे बदलाओ.
  • App shortcuts menu.
  • Nearby Share for Wifi passwords
  • People Space widget.
  • New picture-in-picture controls.
  • Hidden features ,इत्यादि जैसे फीचर्स देखने को मिलेगा.
Android Version क्या है ?

जैसा की हम सभी जानते किसी भी चीज को बनाने के बाद उसमे और भी सुधार कीया जाता है ठीक उसी प्रकार गूगल समय समय पर अपने Android प्लेटफॉर्म मे बहतेर बनाता है पहले से और उसमे कोई फीचर भी जोड़ता है.

इसके बाद हार्डवेयर कंपनी जी की किसी भी मोबाईल का हार्डवेयर तयार करती है जैसे की Realme ,MI ,सैमसंग इत्यादि.ये सभी Android के लेटेस्ट वर्ज़न को अपने संयत फोन ने डाल कर मार्केट मे बेचती है.

Android का वर्ज़न जितना ही लेटेस्ट होता है उसके लिए उतना मजबूत हार्डवेयर की जरूरत पड़ती है जैसे प्रोसेसर ,रैम इत्यादि क्यू की कोई भी नया वर्ज़न पहले से ज्यादा फीचर्स को जोड़कर आता है.

मोबाईल कंपनी अक्सर कमजोर हार्डवेयर वाले फोन मे Android के पुराने वर्ज़न को डाल कर देती है ताकि हार्डवेयर बैलन्स रहे अच्छे प्रकार से काम करे.

Stock Android क्या है ?

गूगल जो ऑपरेटिंग सिस्टम बनती है उसका नामAndroid है जिसे की बनाने के बाद मोबाईल कंपनी को बेचती है.यह मोबाईल कंपनी गूगल से ऑपरेटिंग सिस्टम खरीदने के बाद क्यू की एंड्रॉयड ओपन सोर्स है.

तो मोबाईल कंपनी उसमे अपने हिसाब से कई बदलाओ कर के उसके डिजाइन मे बदलाओ करते है जैसे की MIUI ,Real-me UI, Oxygen US इत्यादि.ये सभी होते तो Android ही पर क्यू की कंपनी ने उसमे कई बदलाओ कीये होते है उसे वह अपना रखा नाम देकर स्मार्ट फोन मे डालती है.

वही Stock Android गूगल का प्योरAndroid होता है(यानि बिना की छेड़ छाड़ के )जिसे पूरी तरह से गूगल द्वरा ही डिजाइन कीया जाता है.जिसमे कोई भी एक्स्ट्रा एप और कोड ना होने के वजह से इसमे हैंग होने की समस्या कम आती है और फोन की रैम भी काफी बचती है.

Stock Android वाले फोन को गूगल का अपडेट जल्दी से जल्दी मिल जाता है वही बाके UI मे इसकी कोई समय सीमा नहीं होती क्यू की उन्हे इसमे बदलाओ करने मे काफी समय लग जाते है.

गूगल के Nexus फोन इत्यादि मे आपको स्टॉक Android देखने को मिल जाता है.

यदि आप चाहते है की आपको अपने फोन मे कोई भी फालतू के बिना आपके स्तेमाल वाले एप आपको ना मिले और आपको Android के नए अपडेट हमेशा टाइम पर मिले तथा आपका फोन हैंग होने के चांस नहीं के बराबर हो तो आप स्टॉक Android वाला फोन ले सकते है.
Android Tips
Android के futures

दुनिया मे सबसे ज्यादा स्तेमाल होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम बन चुका है एंड्रॉयड और यह होने पीछे काही ना कही इसके futures इसके लिए बड़े मैने रखते है जिसके वहज से एंड्रॉयड को इतना पसंद कीया था है तो जानते है एंड्रॉयड के फीचर्स के बारे मे.

  • 1. User Interface

एंड्रॉयड के यूजर इंटरफेस को हर पीढ़ी के लोगों द्वारा पसंद कीया है जाता है क्यू की इसका UI बहुत ही यूजर फ़्रेंडली होता है जिसके हर एक विकल्प को आप बड़े ही आसानी से खोज सकते है.इसे सीखने के लिए आपको ज्यादा वक्त नहीं लगता है.

  • 2. Multiple Language Support

इसका दूसरा कारण है एंड्रॉयड का की भाषा जी हाँ एंड्रॉयड पूरे 100 से भी ज्यादा भाषा को सपोर्ट करता है आप देश या दुनिया के किसी रिसन मे रहते है हो एंड्रॉयड आप किसी भी भाषा मे उपयोग कर सकते है.

  • 3.Multi Tasking

जी हाँ अगर आप एक ही फोन मे एक समय मे अनेकों टास्क करना पसंद करते है तो इसके लिए एंड्रॉयड बेस्ट है क्यू की यह Multi Tasking बहुत ही अच्छे से सपोर्ट करता है और समय-समय पर इसमे कई सुधार भी कीये जाते है.

  • 4.Connectivity

अगर बाद कर तो एंड्रॉयड हमे सभी तरह के Network से बेहतर Connectivity प्रदान करता है जैसे  Bluetooth, NFC , Wi-Fi ,Hotspot ,CDMA ,GSM ,4 G , 5G इत्यादि.

Android के विशेषता

एंड्रॉयड क्या है आपने जाना अब हम जान लेते है Android के कुछ विशेषता के बारे मे.

  • Android की सबसे बड़ा विशेषता यह है की पूरी तह ओपन सोर्स है.
  • किसी भी संरत फोन मे Android को डालने के बाद वह एक तेरह का मिनी कंप्युटर बन जात है.
  • Android प्लेटफॉर्म के लिए हमे लाखों एप स्तेमाल करने के लिए काफी आसानी से मिल जाता है.
  • Android पूरी तरह से user friendly जिसे कोई भी बड़े ही आसानी से स्तेमाल कर सकता है.
  • Android काफी तेजी से काम करने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है.
क्या Android updates के पैसे देने पड़ते हैं?

यह सवाल अक्सर हमारे दिमाग मे आता है किस की हमए एंड्रॉयड को अपडेट करने के लिए पैसे देने पड़ते है तो मै आपको बता दु यह बईकुल ही फ्री है यदि आप कोई स्मार्ट फोन लेते है तो कंपनी द्वारा जो एंड्रॉयड वर्ज़न दिया जाता है

उसमे बाद मे कुछ सुधार कर सारे यूजर को फिर से अपडेट प्रवाइड कराया जाता है जिसे करने के बाद आपके फोन की परफॉरमेंस मे सुधार आता है इसके आलवा कई नए फीचर भी आपको देखने को मिलते है.

एंड्रॉयड अपडेट निर्भर करता है आपके आप कौन सा फोन है कंपनी एक ना एक बार किसी भी फोन मे अपडेट जरूर भेजती है.

एंड्रॉयड का मतलब क्या है ?

एंड्रॉयड एक ऑपरेटिंग सिस्टम होता है जो की Linux kernel के ऊपर काम करता है इसे आप सिस्टम सॉफ्टवेयर भी मान सकते है जो किसी भी स्मार्टफोन को संचालित करने मे मदद करता है.

एंड्रॉयड वर्ज़न क्या है ?

जब किसी भी एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम मे कोई सुधार और कई बदलाओ के साथ नए रूप मे लाया जाए तो वही नया वर्ज़न कहलाता है.

एंड्रॉयड के नवीनतम वर्ज़न के नाम क्या है ?

Android 10,Android 11,Android 12 एंड्रॉयड के नवीनतम वर्ज़न है जो नए स्मार्टफोन मे आपको अधिक देखने को मिलता है.

एंड्राइड कौन सा सॉफ्टवेयर है?

एंड्रॉयड एक ऑपरेटिंग सीस्टम है जिसे गूगल द्वारा लौंच किया गया और यह पूरी तरह ओपन सोर्स है.

मुझे उम्मीद है Android क्या है ?

Android Kya Hai (What is Android in Hindi)

आपको अच्छे से समझ मे आ गया होगा एंड्रॉयड क्या होता है हिन्दी मे

आपको मैंने इस लेख मे एंड्रॉयड के सभी वर्ज़न के बारे मे बताया ताकि आप सभी के बारे मे जान सके कैसा लगा आपको ये लेख कमेन्ट मे जरूर बताए और पोस्ट को अपने दोस्तों मे शेयर जरूर करे धन्यबाद

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