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वैसे तो अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन नहाना बहुत आवश्यक है लेकिन नहाते समय यदि एक छोटा उपाय करने से आपकी आर्थिक स्थिति भी सुधर जाए तो फिर क्या बात है। जी हां नहाते समय यदि एक छोटा सा तांत्रिक उपाय कर लें तो धन संबंधी मामलों की रुकावटें समाप्त हो जाती हैं।
धन संबंधी मामलों में कई बार हम ईमानदारी से पूरी मेहनत करते हैं लेकिन सकारात्मक फल प्राप्त नहीं हो पाते हैं और पैसों की तंगी बढऩे लगती है। ऐसे में अक्सर मन ख्याल आता है कि मेहनत के बाद भी हमें उचित प्रतिफल प्राप्त क्यों नहीं हो रहा है।
इसके पीछे ज्योतिषीय दोष हो सकते हैं या किसी की बुरी नजर का दोष भी हो सकता है। यदि कुंडली में किसी ग्रह दोष की बाधा है तो उसका उचित उपचार करना चाहिए। यहां एक ऐसा उपाय दिया जा रहा है जिससे बुरी नजर के दोष और कुंडली के दोषों में भी राहत मिलती है
नहाने के पानी पर अपनी इंडेक्स फिंगर यानी तर्जनी अंगुली से त्रिभुज का निशान बनाएं। इसके बाद एक अक्षर का बीज मंत्र ह्रीं पानी पर लिखें। इस प्रकार प्रतिदिन नहाने से पहले यह उपाय करें। इस तांत्रिक उपाय है अत: इस संबंध में किसी प्रकार की शंका या संदेह नहीं करना चाहिए। अन्यथा उपाय का प्रभाव निष्फल हो जाता है।तंत्र शास्त्र के अनुसार तांत्रिक उपाय बहुत जल्दी असर दिखाने वाले होते हैं। यदि कोई व्यक्ति सही तरीके से इन उपायों का प्रयोग करें तो उसकी घर की दशा बदल सकती है। ऐसा ही एक चमत्कारी उपाय है नहाते समय करने का, इस उपाय के अनुसार जिस बाल्टी में हम नहाने का पानी लेते हैं उस पानी पर यह उपाय करना होगा
इस उपाय से आपके आसपास की नकारात्मक शक्तियां निष्क्रीय हो जाती हैं और यदि आपके ऊपर किसी की बुरी नजर है तो वह भी उतर जाती है। इसके साथ ही कार्यों में आपको सफलता मिलने लगती है और मेहनत का सही फल प्राप्त होता है। इस उपाय के साथ ही इष्टदेवी-देवताओं का भी पूजन-अर्चन करते रहना चाहिए।
यह तो तांत्रिक उपाय है लेकिन शास्त्रों के अनुसार नहाते समय देवी-देवताओं के नामों का या उनके मंत्रों का उच्चारण भी किया जा सकता है। यह उपाय भी बहुत ही लाभदायक होता है और इससे स्वास्थ्य संबंधी फल भी प्राप्त होते हैं
यदि कोई व्यक्ति किसी नदी में स्नान करता है तो उसे पानी पर ऊँ लिखकर पानी में तुरंत डुबकी मार लेना चाहिए। इस उपाय से भी नदी में स्नान का अधिक पुण्य प्राप्त होता है। इसके अलावा आपके आसपास की नेगेटिव एनर्जी भी समाप्त हो जाती है।
शास्त्रों के अनुसार प्रात:काल ब्रह्म मुहूर्त में नहाना श्रेष्ठ फल प्रदान करता है। इसी वजह से हमेशा स्नान सूर्योदय से पहले ही कर लेना चाहिए।
नहाने के बाद प्रतिदिन सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। सूर्य को जल चढ़ाने से मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।यह तो तांत्रिक उपाय है लेकिन शास्त्रों के अनुसार नहाते समय देवी-देवताओं के नामों का या उनके मंत्रों का उच्चारण भी किया जा सकता है। यह उपाय भी बहुत ही लाभदायक होता है और इससे स्वास्थ्य संबंधी फल भी प्राप्त होते हैं
नहाते समय सबसे पहले सिर पर पानी डालना चाहिए इसके बाद पूरे शरीर पर। इसके पीछे भी वैज्ञानिक कारण है, इस प्रकार नहाने से हमारे सिर एवं शरीर के ऊपरी हिस्सों की गर्मी पैरों से निकल जाती है।
काफी लोग नहाने से पहले शरीर की अच्छी मालिश करते हैं। मालिश से स्वास्थ्य और त्वचा दोनों को ही लाभ प्राप्त होता है। त्वचा की चमक बढ़ती है। इस संबंध में यह ध्यान रखना चाहिए कि मालिश के आधे घंटे बाद शरीर को रगड़-रगड़ कर नहाना चाहिए।
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