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सोमवार, 10 अक्टूबर 2022

11 अक्टूबर की शाम एक दीप अर्पित करें महाकाल सरकार के नाम

🪔11 अक्टूबर की शाम एक दीप अर्पित करें महाकाल सरकार के नाम..🙏

*आकाशे तारकं लिंगं पाताले हाटकेश्वरम्।☘️*
*मृत्युलोके च महाकालो लिंड्गत्रय नमोस्तु ते॥☘️*
*👉 केंद्र और राज्य की सत्ता में भाजपा के आने के बाद राष्ट्र आधारभूत संरचनाओ के साथ सांस्कृतिक क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर रहा है।* 

*👉 निरंतर केंद्र की मोदी और राज्य की शिवराज सरकार जनहित राष्ट्रहित एवं संस्कृति हित के कार्य कर रही है। भारत की सांस्कृतिक विरासत को सहेजा जा रहा है संवर्धन किया जा रहा है।*

*👉 आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हमारे समृद्ध विरासत को सजोने के साथ स्थलों को पुन: स्थापित करने का भी गौरवशाली कार्य किया जा रहा है।*
*👉 केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, श्रीराम जन्मभूमि में सुंदर गगनचुम्बी मंदिर निर्माण, श्रीकृष्ण जन्मभूमि का सौंदर्यीकरण, सोमनाथ मंदिर प्रांगण का सौंदर्यीकरण एवं तीर्थ क्षेत्रों का कायाकल्प हो रहा है।*

*👉 सौंदर्यीकरण एवं विकाश के क्रम में देश के हृदय इस्थल मध्यप्रदेश में इस्थित महाकाल मंदिर प्रांगण भी अपने दिव्य भव्य ओजस्वी मनमोहक रूप में बनकर लोकार्पण के लिए तैयार है जो महाकाल लोक के नाम से जाना जाएगा।*

*11 अक्टूबर को आदरणीय प्रधानमंत्री जी इस दिव्य भव्य लोक का लोकार्पण करेंगे।* 
*आइए हम सभी इस स्वर्णिम अवसर को अद्भुत अविस्मरणीय यादगर बनाए।*

*👉🚩11 अक्टूबर को हम सभी आपने पास की मंदिर जाए इस हेतु अपने मित्रों से भी आग्रह करे साथ ही मंदिर में हनुमान चालीसा, सुंदर कांड एवं रामायण पाठ का सामूहिक आयोजन करे।*

*👉 शाम को अपने घरों मे रंगोली बनाए साथ ही एक दीपक जलाकर आदिशक्ति श्रीमहाकाल सरकार का इस्मरण करे।*

*👉🚩 इस दिव्य भव्य पल को अविस्मरणीय बनाना है।*

*👉 अवंतिका नगरी सज सवर रही है। हमें अपने घरों से ही दीपदान करना है।* 

*👉 अतः 1 दीपक महाकाल सरकार के नाम जलाकर अपनी चौखट में, छत में या पूजा घर मे रखना है। हम सभी मिलकर सामूहिक रूप से घर के पास की मंदिर में भी 1-1 दीप जलाकर कार्यक्रम को दिव्य भव्य बनाकर महाकाल सरकार का आशीष प्राप्त कर सकते है।*

*👉🚩 महाकाल लोक का नजारा बिल्कुल देवलोक में बदल गया है। अब इस परिसर में शिव पुराण में मौजूद भोलेनाथ के अनेक रूपों की प्रतिमाएं देखने को मिलेंगी।*
*👉 इनके अलावा महाकाल लोक के भीतर सप्तर्षियों की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं जिनमें महर्षि कश्यप, महर्षि भारद्वाज, अत्रि, महर्षि गौतम, महर्षि विश्वामित्र, जमदग्नि और महर्षि वशिष्ठ की प्रतिमाएं हैं।* 

*👉 नवनिर्मित महाकाल लोक भारत की सनातन संस्कृति की पौराणिकता और नूतनता का अद्भुत संगम है। इसकी भव्यता आज उज्जैन को स्वर्ग लोक में बदल रही है।*

*👉🚩2019 में  प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में इस प्रोजेक्ट का बजट दोगुने से भी अधिक कर किया जा चुका है।*
*👉 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के कुशल नेतृत्व में ही सिंहस्थ -2016 में उज्जैन में विश्व स्तरीय अधो-संरचना का विकास किया गया था।*

*👉 अब उनके अथक प्रयासों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन से महाकाल लोक के माध्यम से उज्जैन को देश और दुनिया में नई पहचान मिल रही है।*

*👉 पहले चरण में हुए कार्यो को मानसरोवर, मध्यांचल, त्रिवेणी मंडपम, कमल सरोवर, सांध्य वाटिका, त्रिपथ एवं भैरव मंडपम, अवंतिका, कनकश्रृंगा नाम से जाना जाएगा।*

*👉 महाकाल के आंगन में छोटे एवं बड़े रूद्र सागर, हरसिद्धि मन्दिर, चार धाम मन्दिर, विक्रम टीला आदि का विकास किया गया है।*
*👉 महाकाल मंदिर प्रांगण में हुआ नवनिर्माण सबका ध्यान अनायास ही खींच रहा है जिसका निर्माण संस्कृत के महाकवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूत में महाकाल वन के वर्णन और चित्रण के आधार पर किया गया है। इन सबके अलावा मंदिर परिसर कार, बाइक पार्किंग सुविधाओं का विकास भी किया गया है, जिनमें एक समय में कई वाहनों को पार्क किया जा सकता है।*

*👉 यहां पर पद यात्रियों के लिए  मार्ग बनाया गया है। इसमें 25 फीट ऊंची एवं 500 मीटर लंबी म्युरल वॉल बनाई गई है। शिव स्तंभ, शिव की मूर्तियां अलौकिक छटा बिखेर रहे हैं।* 
*👉 यहां पर मानसरोवर, मध्यांचल, कमल सरोवर, त्रिवेणी मंडपम, सांध्य वाटिका, अवंतिका, कनकश्रृंगी, फ्रंट एरिया और ई-रिक्शा एवं आकस्मिक वाहनों के लिए मार्ग भी बनाए गए हैं।*

*👉 बड़े रूद्र सागर की झील में साफ पानी भरा गया है। महाकाल थीम पार्क में महाकाल की कथाओं से युक्त म्यूरल वॉल, सप्त सागर के लिए डैक एरिया एवं उसके नीचे शॉपिंग और बैठक क्षेत्र सुविधाएं विकसित की गई हैं। इसी तरह त्रिवेणी संग्रहालय के समीप कार, बस और दोपहिया वाहन की मल्टीलेवल पार्किंग बन चुकी है।*

*👉 इस क्षेत्र में धर्मशाला एवं अन्न क्षेत्र भी हैं। रोड क्रॉसिंग के जरिए अब बेहतर कनेक्टिविटी विकसित की गई है। मध्यांचल में पूजन सामग्री की दुकानें, फूड कोर्ट, लेक व्यू रेस्टोरेंट, लेक फ्रंट डेवलपमेंट, जन -सुविधाएं और टॉवर सहित निगरानी एवं नियंत्रण केन्द्र की स्थापना भी की गई है, जो इस परिसर के बदलते रूप की कहानी को बयां कर रहा है।*

*🛕पहले मंदिर का परिसर 2.2 हेक्टेयर था, लेकिन अब नवनिर्मित परिसर लगभग 20 हेक्टेयर से भी अधिक का हो गया है। अब महाकाल मंदिर का परिसर इतना बड़ा हो चुका है कि लाखों श्रद्धालु एक साथ दर्शन कर सकते हैं।*

*👉 महाकाल लोक के निर्माण से भगवान शिव की जिन कथाओं का महाभारत, वेदों तथा स्कंद पुराण के अवंती खंड में उल्लेख है, वे कथाएं अब धर्मनगरी उज्जैन में जीवंत हो उठेंगी।*

*👉 साथ ही देश और दुनिया से महाकाल का दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचेंगे, जिससे उज्जैन शहर में पर्यटन नई ऊंचाइयों पर होगा।*

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